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यूक्रेन ने कीव से रूसी सैनिकों की वापसी को बताया ‘फर्जी’, पुतिन-जेलेंस्की की जल्द हो सकती है मुलाकात

यूक्रेन ने कीव से रूसी सैनिकों

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज (30 मार्च) 35वां दिन है। इस दिन के साथ दोनों देशों के बीच युद्ध विराम की उम्मीद भी जगी है। दरअसल, यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को इस्तांबुल में मिले थे। यहां कीव और चेर्निहाइव पर हमले कम करने को लेकर सहमति बनी। वार्ता के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच सीधी मुलाकात की उम्मीद भी जगी है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने शांति वार्ता के दौरान यूक्रेन कीव और एक अन्य शहर के आसपास सैन्य अभियानों को कम करने का वादा किया है, लेकिन यूक्रेन ने रूस के वादे पर संदेह व्यक्त किया है, क्योंकि कुछ पश्चिमी देशों ने मॉस्को से यूक्रेन के अन्य हिस्सों में हमले तेज करने की उम्मीद जताई थी। इस्तांबुल के एक महल में एक महीने से भी अधिक समय से वार्ता चल रही है

हालांकि, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने बुधवार को कहा कि कीव और चेर्निहाइव से रूसी सैनिकों की वापसी केवल व्यक्तिगत इकाइयों का रोटेशन है और इसका उद्देश्य यूक्रेन के सैन्य नेतृत्व को गुमराह करना है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे संकेत मिले है कि रूसी दुश्मन पूर्व में अपने मुख्य प्रयासों की ओर ध्यान केंद्रित करने के लिए इकाइयों को फिर से संगठित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि इस समय तथाकथित ‘सैनिकों की वापसी’ शायद व्यक्तिगत इकाइयों का रोटेशन है और इसका उद्देश्य यूक्रेन के सशस्त्र बलों के सैन्य नेतृत्व को गुमराह कर कब्जा करने वालों के बारे में गलत धारणा पैदा करना है जो कीव शहर को घेरने की योजना से इनकार करते हैं। बीबीसी ने बताया कि मंगलवार को रूसी उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने कहा कि रूस यूक्रेन की राजधानी कीव के आसपास अपनी सैन्य कार्रवाई में भारी कटौती करेगा क्योंकि दोनों पक्ष तुर्की में शांति वार्ता के लिए मिले है।

मॉस्को के मुख्य वार्ताकार व्लादिमीर मेडिंस्की सहित रूसी प्रतिनिधिमंडल के इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ नवीनतम शांति वार्ता के दौर के बाद फोमिन ने पत्रकारों से कहा कि कीव और चेर्निहाइव में सैन्य गतिविधि को मौलिक रूप से कम करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला भविष्य की वार्ता के लिए आपसी विश्वास बढ़ाने के प्रयास के तहत लिया गया है जिससे कि यूक्रेन शांति समझौते पर हस्क्षतार करने के लिए सहमत हो सके।

रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में मॉस्को के प्रमुख वार्ताकार ने साफ कर दिया है कि कीव और उत्तरी यूक्रेन के आसपास सैन्य अभियानों को कम करने वाले वादे का मतलब युद्धविराम नहीं है। इसके लिए अभी कीव के साथ औपचारिक समझौते पर बातचीत को अभी लंबा रास्ता तय करना है। तुर्की में हुई बातचीत के बाद रूस ने कीव और उत्तरी यूक्रेन के आसपास हमले कम करने की बात कही थी।

 

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मंगलवार देर रात कहा कि यूक्रेनी लोगों को नौसिखिया मत समझो। आक्रमण के इन 34 दिनों के दौरान और डोनबास के पिछले आठ वर्षों के युद्ध से सीख चुके हैं कि एक ही चीज पर भरोसा किया जा सकता है और वह है ठोस परिणाम। यूक्रेनी सशस्त्र बलों के सामान्य कर्मचारियों ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में सैन्य अभियानों को कम करने का रूस का वादा शायद व्यक्तिगत इकाइयों का एक रोटेशन था और गुमराह करने का तरीका था।

रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में मॉस्को के प्रमुख वार्ताकार ने साफ कर दिया है कि कीव और उत्तरी यूक्रेन के आसपास सैन्य अभियानों को कम करने वाले वादे का मतलब युद्धविराम नहीं है। इसके लिए अभी कीव के साथ औपचारिक समझौते पर बातचीत को अभी लंबा रास्ता तय करना है। तुर्की में हुई बातचीत के बाद रूस ने कीव और उत्तरी यूक्रेन के आसपास हमले कम करने की बात कही थी।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मंगलवार देर रात कहा कि यूक्रेनी लोगों को नौसिखिया मत समझो। आक्रमण के इन 34 दिनों के दौरान और डोनबास के पिछले आठ वर्षों के युद्ध से सीख चुके हैं कि एक ही चीज पर भरोसा किया जा सकता है और वह है ठोस परिणाम। यूक्रेनी सशस्त्र बलों के सामान्य कर्मचारियों ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में सैन्य अभियानों को कम करने का रूस का वादा शायद व्यक्तिगत इकाइयों का एक रोटेशन था और गुमराह करने का तरीका था।

 

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