दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को आज यानि 1 अप्रैल से पूरी्ूबहदड, तरह से चालू कर दिया गया है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने घोषणा की है कि एक्सप्रेसवे के दूसरे और चौथे चरण 1 अप्रैल से चालू हो जाएंगे. आज से पहले, एक्सप्रेसवे के केवल चरण 1 और 3 कार्य कर रहे थे. अब तक, दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में लगभग 2 घंटे लगते थे लेकिन अब यह सफर केवल 45 मिनट में पूरी किया जा सकेगा. एक्सप्रेसवे का दिल्ली के सराय काले खां से यूपी गेट तक का हिस्सा एक साल पहले पूरा हो गया था, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
14 लेन के इस एक्सप्रेसवे पर दिल्ली के सराय काले खां से यूपी गेट तक 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा तय की गई है, जबकि यूपी गेट से मेरठ तक की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा तय की गई है. गति सीमा का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगेगा. इस काम के लिए पूरे एक्सप्रेसवे पर नियमित अंतराल पर 200 उच्च संवेदनशीलता वाले कैमरे लगाए गए हैं जो कि लगभग आधा किलोमीटर की दूरी से नंबर प्लेट को पढ़ सकते हैं.
ट्रैक्टर और दोपहिया जैसे धीमी गति से चलने वाले वाहनों को एक्सप्रेसवे का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया जाएगा. वाहन द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर टोल शुल्क वसूला जाएगा. इस उद्देश्य के लिए FASTag का उपयोग किया जाएगा. एक्सप्रेसवे का काम पूरा होने में लगभग 3 साल लगे हैं. परिवहन मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार, दिल्ली से मेरठ तक का टोल 125 रुपये से 150 रुपये तक रखा जा सकता है.