कोरोना के साये तले सोमवार से प्रारंभ हुए संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा के उप सभापति के चुनाव में एनडीए प्रत्याशी हरिवंश नारायण सिंह निर्वाचित घोषित किए गए. वे लगातार दूसरी बार राज्यसभा के उप सभापति चुने गए. हरिवंश के नाम से लोकप्रिय 64 वर्षीय हरिवंश नारायण सिंह ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार मनोज झा को पराजित किया. मनोज झा राष्ट्रीय जनता दल से सांसद हैं.चुनाव के पहले ही ‘अंकगणित’ के लिहाज से हरिवंश के चुने जाने की संभावनाएं जाहिर की जा रही थी और हुआ भी ठीक यही. गौरतलब है कि जेडीयू के राज्यसभा सांसद हरिवंश पूर्व में पत्रकारिता से जुड़े रहे हैं.
सदन में ध्वनिमत से हरिवंश को उपसभापति चुना. सभापति चुने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, आरजेडी के मनोज झा और विभिन्न दलों के नेताओं ने हरिवंश को बधाई दी और नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं. सत्तारूढ़ सदस्यों और विपक्ष के प्रस्तावों के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने ध्वनिमत के आधार पर हरिवंश को निर्वाचित करने की घोषणा की.इससे पहले, सत्तारूढ़ एनडीए की ओर से बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने हरिवंश के समर्थन में प्रस्ताव रखा जबकि मनोज झा के समर्थन में राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद प्रस्ताव रखा था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उप सभापति चुने जाने पर हरिवंश को बधाई दी है. पीएम ने कहा कि इस बार संसद सत्र ऐसी परिस्थितियों में आयोजित हो रहा है जैसी पहले कभी नहीं रहीं. ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि सुरक्षा से संबंधित सभी ऐहतियात बरती जाएं. पीएम ने कहा कि हरिवंश जी सदन के हर गलियारे से संबंध रखते हैं. उन्होंने निष्पक्ष अंदाज में सदन की कार्यवाही संचालित की है. वे असाधारण निर्णायक रहे हैं और आने वाले समय में भी ऐसा ही करते रहेंगे. अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में उन्होंने कड़ा परिश्रम किया है.