कोरोना वायरस के खिलाफ देश में बने टीके ‘कोवैक्सिन ‘का सोमवार को भुवनेश्वर के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड एसयूएम अस्पताल में मानव परीक्षण शुरू हो गया है.
Covaxin टीके को भारत बायोटेक ने विकसित किया है. ह्यूमन ट्रायल (मानव परीक्षण) के प्रधान जांचकर्ता डॉक्टर ई वेंकट राव ने कहा कि Covaxin टीका कुछ लोगों को लगाया है, जिन्होंने खुद इस ट्रायल का हिस्सा बनने की इच्छा जताई थी.
राव ने बताया कि कड़ी जांच पड़ताल की प्रक्रिया के बाद वॉलेंटियर्स को टीका लगाया गया है. प्रोफेसर राव ने कहा कि परीक्षण के लिए सामने आए लोगों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला.
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च कोरोना वायरस का टीका विकसित करने के लिए भारत बायोटक के साथ मिलकर काम कर रहा है. आईसीएमआर ने कोरोना के संभावित टीके का परीक्षण करने के लिए देशभर में 12 चिकित्सा संस्थानों का चयन किया है. इस काम के लिए ओडिशा में सिर्फ आईएमएस एंड एसयूएम अस्पताल को चुना गया है.
एसयूएम अस्पताल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जो भी वालंटियर इस परियोजना में शामिल होने के इच्छुक हैं, वो ptctu.soa.ac.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. हालांकि, ट्रायल में शामिल होने वालों का किसी भी बीमारी से मुक्त होना जरूरी है और उन्हें जांच के लिए वेबसाइट पर मौजूद प्रश्नावली (Questionnaire) को भरना होगा.
देश में कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. अब तक कुल 14,83,156 लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं, जिसमें से 33425 लोगों की वायरस की वजह से मौत हो गई है.