Omicron variant कोरोना के सबसे ज्यादा घातक साबित हुए के मुकाबले तीन गुना ज्यादा संक्रामक है, यानी इसके डेल्टा के मुकाबले फैलने की तीन गुना ज्यादा संभावना है. केंद्र ने राज्यों को ओमिक्रॉन के प्रति आगाह करते हुए रोकथाम के उपाय करने को कहा है. केंद्र की ओर से यह सलाह ऐसे वक्त जारी की गई है, जब देश में इस वैरिएंट के मामले 200 के पार जा चुके हैं. चेन्नई, मुंबई जैसे कई महानगरों में क्रिसमस और नए साल के जश्न को देखते हुए भीड़ न जुटने के तमाम उपाय अपनाए जा रहे हैं.
केंद्र ने इस बाबत राज्यों को पत्र लिखा था. पत्र के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंच चुका है. लिहाजा दूरदृष्टि अपनाते हुए स्थानीय और जिला स्तर पर वायरस के प्रसार की रोकथाम से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है. वायरस के ट्रेंड और संक्रमण वाले स्थानों को लेकर डेटा का बारीकी से पड़ताल करने की सलाह भी दी गई है.
कर्नाटक ने 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक राज्य में किसी भी पार्टी या आयोजन की अनुमति नहीं होगी. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि कोविड-19 और ओमिक्रॉन वैरिएंट को ध्यान में रखकर नए साल के जश्न को लेकर कई पाबंदियां लगाई गई हैं. चेन्नई ने भी समुद्र तटों पर भीड़ जुटने को लेकर कई तरह के ऐहतियाती उपायों का लागू करने का आदेश स्थानीय एजेंसियों को दिया है.
बीएमसी ने मुंबई में लोगों से क्रिसमस और नए साल की पार्टियों से बचने की अपील की है. जनता से शादियों और अन्य आयोजनों में उपस्थिति को लेकर नियमों का सख्ती से पालन करने को कहा है. लोगों से भीड़भाड़ से बचने को कहा गया है. होटलों, रेस्तरां, मॉल, बार और अन्य सार्वजनिक स्थानों भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने को कहा गया है.